आप किसी भी गली या नुक्कड़ पर जाए, शहर हो या गाँव, भारत के हर कोने में दुकाने मिलेगी और मिलेगा काउंटर के पीछे बैठा दुकानदार| कोई ग्राहक से संवाद करने में व्यस्त, कोई अख़बार उठाकर देश का हाल जानने में मग्न और कोई रास्ते पर टकटकी लगाए हुए ग्राहक के इंतेज़ार में…|
सच पूछो तो दुकानदारी एक ऐसा व्यवसाय है जो देश की आर्थिक उठा-पटक के दौर में भी सन्तूलित रहता हैं, दुकानदारी भारत की अर्थव्यवस्था का एक अहम स्तंभ हैं|
Pay1 के इस सफ़र में हम रोज़ाना ऐसे दुकानदारों से रूबरू होते हैं जो अपने व्यवसाय को चलाने में सफल और सक्षम हैं| ऐसे ही एक दुकानदार हैं श्री. हर्षद पंड्या जो हमारे साथ लंबे समय से जुड़े हुए हैं| आखों में एक धुँधला सा सपना लेकर 30 साल पहले वो मुंबई आए…|
शुरू में हर्षद नें गारमेंट शॉप खोली और लंबे समय तक मुनाफ़ा कमाया| हा व्यापार में कई कठिनाइयाँ आई पर कभी हार नही मानी| 2009 में हर्षद को मोबाइल फोन बिज़्नेस में व्यवसाय का नया अवसर दिखा और उन्होने इस अवसर को दबोच लिया| मुंबई सबर्ब इलाक़े में 1000 sq.ft. की दुकान और उनके नीचे काम करने वाले 2-3 लोग, हर्षद ने वाक़ई एक लंबा सफ़र तय किया|
भारत के हर कोने में ऐसे व्यापारी बसे है जो आपको किसी दूसरे देश में नही दिखेंगे, दुकानदारों का यही एक बड़ा नेटवर्क है जिसपर दुनिया की बड़ी बड़ी कंपनी अपने प्रॉडक्ट्स एवं सर्विसेज़ के लिए निर्भर हैं|
हर्षद कहते हैं “मुझे पाँच भाषाएं आती हैं, मेरे ग्राहक को जो भाषा आती है उसी भाषा मे मैं उनसे संवाद करता हूँ जिससे ग्राहक को एक अपनापन सा महसूस हो, अगर मैं इतना भी ना कर सकु तो यह एक सफल व्यापारी की पहचान नही”|
कहने को “दुकानदारी सेक्टर” असंगठित है पर ग्राहकों को सेवा देने में यही दुकानदार बड़ी बड़ी ई-कॉमर्स ब्रांड की तुलना में आगे पाए जाते हैं और यदि इसी वर्ग को और सक्षम बनाया जाए तो इसका सीधा फ़ायदा देश को होगा|
5 वर्ष से Pay1 के साथ जुड़े, हर्षद कहते हैं “पेमेंट्स के लिए अनगिनत सर्विसेज़, सुरक्षित एवं सरल ट्रैन्ज़ैक्शन और हमेशा सहयता के लिए तत्पर Pay1 सपोर्ट टीम ही है जिसने मेरा भरोसा बनाए रखा हैं”|
Pay1 में हम हर्षद जैसे सभी दुकानदारों के आभारी है की वो लंबे समय से हमारे साथ जुड़े हुए हैं| हमारा यही मानना है की इन दुकानदारों की उन्नति से सिर्फ़ Pay1 ही नही बल्कि पूरा देश समृद्ध बनेगा|