इलाहाबाद , उत्तर प्रदेश मे जन्मे प्रवीण कुमार हमेशा से फाइनेन्स के क्षेत्र मे कुछ बड़ा करना चाहते थे. इसके लिए वह कॉमर्स से स्नातक करने के बाद आगे की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी मे लग गये. प्रवीण के पिता की घर के पास ही होल सेल की किराना शॉप थी. जिसे उन्होने कड़ी मेहनत से क्षेत्र की सबसे बड़ी किराना शॉप मे तब्दील कर दिया था. पिता तो चाहते थे कि प्रवीण उनके कारोबार मे हाथ बटाए, पर प्रवीण के दिल मे तो फाइनेन्स के गुणा भाग चल रहे थे. नियती को कुछ और ही मंज़ूर था. पिता की असमय मृत्यु के बाद परिवार के पालन पोषण की पूरी ज़िम्मेदारी प्रवीण के कंधो पर आ गयी. एक तरफ परिवार की आर्थिक आवश्यकतायें थी जो पुस्तैनी दुकान से पूरी हो सकती थी, तो दूसरी तरफ प्रवीण का अपना फाइनेन्स का ड्रीम जॉब था. प्रवीण बताते हैं “वह समय बड़ा पशोपश भरा था, पिताजी के देहांत का दुख और उस पर छोटे भाई-बहनो की पढ़ाई का भार, कुछ समझ नही आ रहा था कि क्या करूँ.”
अपने सपनों को दरकिनार कर प्रवीण अपनी पुस्तैनी दुकान पर बैठ गये.
पहले से भली भांति चलते कारोबार को प्रवीण ने अच्छे से संभाल लिया , पर उनके मन मे कहीं ना कहीं अपने सपनों को पूरा ना कर पाने की कसक थी. तभी वह प्रगती कॅपिटल के सम्पर्क मे आयें. प्रगती कॅपिटल एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो कई प्रकार की फाइनेंशियल सेवाएं देता है. प्रगती कॅपिटल के लोन, इंश्योरेन्स, म्यूचुयल फंड के कई अच्छे प्लान हैं जो ग्राहकों की आर्थिक ज़रूरतों को पूरा करते हैं. प्रगती कॅपिटल की खास बात यह है कि कोई भी अपने मौजूदा कारोबार / दुकान के साथ शुरू कर सकता है.
प्रवीण ने अवसर का लाभ उठाया और प्रगती कॅपिटल से जुड़ गये. प्रवीण अपनी किराना शॉप से ही आने वाले ग्राहकों की आर्थिक ज़रूरतें समझ उन्हे लोन, म्यूचुयल फंड, इंश्योरेन्स के प्लान समझाते है. आज प्रवीण आस पास के लोगों के फाइनेंशियल सलाहकार बन गये हैं.
प्रवीण ने खुद प्रगती कॅपिटल से लोन ले कर अपने व्यापार को काफ़ी बड़ा लिया. उन्होने अपनी दुकान को डिजिटल स्टोर मे बदल दिया.प्रगती कॅपिटल के साथ प्रवीण ना केवल अपने पीछे छूट गये सपनों को पूरा कर रहे हैं बल्कि पहले से अधिक पैसे कमा रहे हैं.